बादशाहपुर रेलवे स्टेशन पर यात्री सुबिधाओ का टोटा
बृजेश पाण्डेय
मुंगराबादशाहपुर (जौनपुर) | यात्रियो की सुविधा के लिए रेल विभाग करोड़ों रुपए भले ही पानी की तरह बहाता हो किन्तु मुंगराबादशाहपुर क्षेत्र के यात्रियो को आज भी आवश्यक सुबिधाएं नही मिल पा रही है। वाराणसी- प्रतापगढ़ लखनऊ रेल प्रखण्ड पर स्थित बादशाहपुर रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओ के अभाव में शाम होते ही पूरा परिसर अन्धेरे में डूब जाता है। जिसके कारण यात्री ट्रेनों के आने पर उचक्के सक्रिय हो घटना को अंजाम देने लगते हैं तथा उनकी उचक्का गिरी का शिकार यात्री हाथ मल कर रह जाता है| प्रमुख व्यावसायिक नगर मुंगराबादशाहपुर के साथ ही औद्योगिक क्षेत्र सतहरिया के रेलवे स्टेशन बादशाहपुर पर शायं सात बजे से आठ बजे के बीच अप एंव डाउन वाराणसी लखनऊ इण्टर सिटी के साथ ही प्रतापगढ़ वाराणसी तथा वाराणसी प्रतापगढ़ पैसेन्जर आती हैं तो रात्रि में लगभग दो बजे नई दिल्ली से बनारस के लिये जाने वाली काशी बिश्वनाथ एक्सप्रेस आती है। जहां इनके पहुचने पर पूरा परिसर अधेरे में डूबा रहता है।जिसके चलते बेचारे यात्री छिनैती के शिकार हो जाते है। कभी उनका बैग गायब हो जाता है तो कभी महिलाओ के गले से चेन छीन ली जाती है। प्रकाश की व्यवस्था न होने से यात्रियों में आक्रोश है। यदि इस रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओ पर एक नजर डाली जाय तो पता चलता है की दो प्लेट फार्मो वाले इस रेलवे स्टेशन के दोनो प्लेटफार्मो की लम्बाई को ट्रेनो के बढ़े डिब्बो के अनुसार बढ़या तो गया है लेकिन वर्षो बाद भी वे बनकर तैयार होने की बजाय आधे अधूरे पर ही छोड़ दिए गए है |ऊबड़ खाबड़ इन प्लेटफार्मो पर यात्री ट्रेनो पर चढ़ते उतरते इन गड्ढो मे उलझ कर गिरते रहते है |प्लेटफार्म नं० एक पर बना यात्री प्रतिक्षालय जहां यात्रियो के हिसाब से काफी छोटा है वही प्लेट फार्म नं० दो पूरी तरह यात्री सुबिधाओ से वंचित है |इस पर जो यात्री प्रतिक्षालय बना है वह यात्रियो की संख्या के हिसाब से नाकाफी होने के साथ ही असुरक्षित तथा अन्य सुबिधाओ से भी वंचित है | रेलवे स्टेशन पर रोशनी रात्रि मे महज टिकट घर तक ही सिमट कर रह जाती है | विद्युत आपूर्ति होने पर भी प्लेटफार्म नं० दो पर अंधेरा अपना डेरा जमाये रहता है |प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाये गये स्वच्छता अभियान की किरणो भी इस रेलवे स्टेशन तक नहीं पहुंच सकी है |स्टेशन पर बना शौचालय शोपीस बन कर जहां रह गया है वही पेय जल के लिए लगा इंडिया मार्का 2 नल स्वयं की प्यास बुझाने मे भी अक्षम हो गया है । क्षेत्रीय सांसद श्याम सिंह यादव के साथ ही साथ राज्य सभा सांसद सीमा द्विवेदी एवं मछली शहर के सांसद बी पी सरोज के गृह क्षेत्र के रेलवे स्टेशन बादशाहपुर की दुर्दशा उनकी सक्रियता पर सवाल खड़े कर दिए हैं । लोगों का मानना है कि इतने जनप्रतिनिधियों के होते हुए इस रेलवे स्टेशन का कायाकल्प नहीं होना खुद में एक सवाल पूछ रहा है ।
Comments
Post a Comment