भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू जी की मनाई गई पुण्यतिथि।
महराजगंज।
क्षेत्र के संस्कृत महाविद्यालय कोल्हुआ में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री पण्डित जवाहर लाल नेहरू की 60 वीं पुण्यतिथि उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला प्रवक्ता कांग्रेस कमेटी जौनपुर विनीत सिंह महात्मा ने कहा कि भारत रत्न नेहरू का पूरा जीवन संतुलित और सुघड़ रहा वह मार्क्स की तार्किकता के प्रशसंक तो थे मगर हिंसक वर्ग संघर्ष और अधिनायकत्व की पुरजोर खिलाफत करते है इसीलिए उनका वाम झुकाव एक ऐसे संतुलित समाज के निर्माण का पक्षधर है जिसमे व्यक्ति की स्वतन्त्रता और उसकी गरिमा का पूर्णतः ख्याल रखा जाय।उनका जीवन वैज्ञानिकता के रस में इस प्रकार सारोबार था कि वह आडम्बर युक्त ईश्वर को भी नकारते हुए नास्तिकता की श्रेणी में भी खड़े होने से परहेज नही करते थे लेकिन वेदांत के तार्किक दर्शन को इतना पसंद करते थे कि किसी तथाकथित आस्तिक से भी ज्यादा जिज्ञासा औऱ निष्ठा उनमें झलकती थी।गांधी के आस्था पर संदेह प्रकट करते हुए भी वह गांधी के सबसे बड़े अनुयायी थे।कार्यक्रम में उपस्थित अन्य वक्ताओं ने संबोधित करते हुए नमन किया।इस मौके पर इस अवसर पर शीतला प्रसाद सिंह धर्मेंद्र सिंह प्रधान सुजीत कुमार सिंह पंकज सिंह प्रबंधक राहुल राष्ट्रवादी नागेंद्र प्रसाद सिंह हरिकेश चौरसिया दीनानाथ सिंह फौजदार चौरसिया लाला राम मनोहर यादव शार्दुल सम्राट सहित अन्य उपस्थित रहे।
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