प्रत्येक मां को यशोदा मईया से सीख लेने की आवश्यकता
संवाददाता जन धमाका टाइम्स
जौनपुर। उमेशो नाथ शिव मंदिर रासमंडल के प्रांगण में श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ चल रहा है कथावाचक आचार्य रविंद्र द्विवेदी ने मुरली मनोहर श्याम की बाल्यावस्था और यशोदा मईया के लीला की कथा को ससंगीत सुनाया। सुनते सुनते भक्तगण भाव विभोर हो गए। पंडित द्विवेदी ने बताया प्रत्येक मां को भी यशोदा मईया से सीख लेने की आवश्यकता है। ठीक उसी प्रकार पुत्र को भी वही आचरण व्यवहार उदारता अपनी माता के प्रति रखना चाहिए। जैसे भगवान श्री कृष्ण ने अपने माता पिता के प्रति प्रेम रखते थे। श्री कृष्ण जी के जन्म से बाल्यावस्था तक न जाने कितने ही दैत्य, राक्षसों और राक्षसियो ने संकट उत्पन्न किया और मुरली मनोहर ने उनका बध किया परंतु ऐसी आपत्तियों को देख साधारण मां नहीं सह सकती वह तो मईया यशोदा थी और उन्होंने तो निर्णय लिया कि अब हम अपने लाला कान्हा को लेकर बृंदावन चले जायेगे। परन्तु उनकी लीला को कौन जाने की बालक स्वरूप में श्री नारायण साक्षात् अवतरित होकर पुनीत कार्य कर अपनी लीला कर रहे है।धर्म रक्षक विधर्मियों के संहार करने वाले योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण जी महाराज जो ६४वो कलाओं के स्वामी ब्रह्मांड को धारण करने वाले अघुरेश्वर ,उनके मर्म को भला कौन जान सकता है। यदि कोई भी जीव अपनी मनःस्थिति एकाग्र कर उनके नाम का स्मरण करने मात्र से ही प्राणी को मोक्ष मिल सकता है। ब्यास गद्दी से आचार्य ने निवेदन किया कि २७ अगस्त को दिन में हवन और श्री मद्भागवत समापन यज्ञ पाठ का प्रसाद वितरण किया जाएगा। उक्त कथा के मुख्य यजमान स्वप्निल अंबुज श्रीवास्तव हैं। श्री आचार्य के सहयोगी पंडित अखिलेश दुबे,राजू तिवारी,राधेश्याम तिवारी राघव दास,अखिलेश मिश्रा,सुभाष पंडित, जय प्रकाश मिश्र और संगीत वाद्य पर अरुण कुमार चैबे, अर्जुन लाडला, सुनील चार्ली रहे। कथा में मुख्य रूप से अजय पाण्डेय जिला अध्यक्ष अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद,सचिन श्रीवास्तव जिला मंत्री अहिप,मनोज मिश्र उपाध्यक्ष अहिप, राकेश श्रीवास्तव, मनसिज पाण्डेय, रश्मि श्रीवास्तव रमेश मिश्रा, आशीष आदि उपस्थित रहे।
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