सराय ख्वाजा/करंजाकला (जौनपुर) 12 अग.। अच्छे समाज के निर्माण व अध्यात्मिक जागरण के लक्ष्य को लेकर जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सन्त पंकज जी महाराज इस समय जिला जौनपुर के अन्तर्गत न्याय पंचायत स्तर पर सघन सत्संग दौरा कर रहे हैं।
संवाददाता जन धमाका टाइम्स
इसी क्रम में वह श्री रामलखन सिंह इण्टर कालेज रामपुर बैजापुर के मैदान में कल सायंकाल पधारे। आयोजक डा. सुरेश चन्द्र यादव ब्लाक अध्यक्ष ब्रजमोहन यादव सहयोगी संगत महराजगंज के वीरेन्द्र कुमार व स्थानीय भाईयों-बहनों, बच्चों ने यात्रा का पुष्पवर्षा, बैण्ड बाजा, द्वीप प्रज्वलित कलशों से यात्रा का भव्य स्वागत किया। आज यहां आयोजित सत्संग समारोह में प्रवचन करते हुये संस्थाध्यक्ष ने कहा भाईयों-बहनों! जब हम इस संसार में पैदा हुये तो न कोई जाति या बिरादरी लेकर आये, न कोई मजहब लेकर आये, न कोई नाम लेकर आये सिर्फ नंगे रोते हुये पैदा हुये। बाद में जो अजार परमात्मा ने मन, बुद्धि, चित्त के बक्शे उससे हमारे अन्दर चेतना आ गई। हमारा नाम पड़ गया, कर्म के अनुसार हमारी जाति बन गई। धीरे-धीेरे हमारा फैलाव दुनिया में होता चला गया। जब श्वांसों का भण्डार खाली हुआ तो धर्मराज के सिपाही आकर जीवात्मा को निकाल कर उनको कचहरी में पेश कर दिया। वहां जरा सी देर में हिसाब हो गया। आप को सजा दे दी कि ले जाओ इन्हें फला नर्क में डाल दो क्योंकि हमारी पाक साफ शरीर को इन्होंने बुरे कर्मों से गन्दा कर दिया। आप सोचेंगे जब मृत्यु के बाद शरीर यहीं पड़ा रह गया तो किसे सजा मिलती है। ध्यान दीजिये हमारी आप की आत्मा कारण, सूक्ष्म, लिंग और स्थूल शरीरों में बन्द है। इस स्थूल शरीर के छूटने के बाद इसी शरीर से मिलती लिंग शरीर में कर्मों का भुगतान कराया जाता है। खोटे बुरे कर्मों को करने वाले जीवों को नर्कों में भयानक सजायें दी जा रही हैं। लाखों मील तक रोने चिल्लाने की आवाज जाती है। कोई बचाने वाला नहीं। सन्त महापुरुष साधना करके जब ऊपर के लोकों में जाते हैं इस भयावह दृश्य को देखकर द्रवित हो जाते हैं। वे उससे बचने का सन्देश देते हैं। बताई गई साधना से आप लोग भी इसे देख सकते हैं। इसलिये अशुद्ध खान-पान को त्याग कर मानव धर्म-कर्म का पालन करें। मानव धर्म यह है कि इन्सान-इन्सान एक दूसरे के काम आये। निःस्वार्थ भाव से एक-दूसरे की सेवा करें। सत्य, दया, करुणा, अहिंसा के गुणों को अपनायें। इस प्रकार अपनी आत्मा का कल्याण करा लें। यही असली मानव धर्म है।
उन्होंने बताया ‘जयगुरुदेव’ समय का सिद्ध नाम है जिसे बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने जगाया। इस नाम जहाज पर अगर दुनिया के सारे जीव बैठ जाय तो यह सबको पार कर देगा। जयगुरुदेव नाम के साथ यह संकल्प जुड़ा है कि ‘‘जन-जन की जबान पर जब जयगुरुदेव आयेगा, सच्ची स्वतंत्रता का तब आनन्द पायेगा।
इस अवसर पर ऋषिेदेव श्रीवास्तव, अरुण कुमार वर्मा, बृजमोहन यादव, डा. हरिलाल यादव, मुलायम यादव, मुन्ना सिंह, अनिल कुमार मास्टर, सहयोगी संगत के बृजेश कुमार यादव, फूलचन्द आदि सहित संस्था के कई पदाधिकारी व प्रबन्ध समिति के सदस्य मौजूद रहे। शांति व यातायात नियन्त्रण में पुलिस प्रशासन का सहयोग रहा। विद्यालय परिवार ने आयोजन में सहयोग किया। कार्यक्रम के बाद जनजागरण यात्रा अगले पड़ाव सलहदीपुर ब्लाक करंजाकला के लिये प्रस्थान कर गई। यहां कल (आज) दोप. 12.00 बजे से सत्संग संदेश आयोजित है।
(बृजमोहन यादव)
अध्यक्ष
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