धर्मा अभियान संस्थान में पंचम दिवस की रामलीला रही भावनाओं से ओतप्रोत — “श्रीराम- कैकेयी संवाद” ने किया सभी को भावविभोर
मई (जौनपुर), संवाददाता :
धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना के प्रतीक धर्मा अभियान संस्थान, मई में चल रहे भव्य रामलीला महोत्सव का पंचम दिवस गुरुवार को भक्तिमय माहौल में संपन्न हुआ।
आज के मंचन में प्रस्तुत किया गया “श्रीराम और माता कैकेयी संवाद” का प्रसंग इतना जीवंत और भावनात्मक रहा कि पूरा प्रांगण श्रद्धा और संवेदना से भर उठा।
ज्योंही मंच पर कलाकारों ने उस क्षण का अभिनय किया जब महाराज दशरथ के आदेश पर श्रीराम को वनवास की आज्ञा मिलती है, पूरा वातावरण मौन और भावुक हो गया।
भगवान श्रीराम ने माता कैकेयी के चरणों में सिर झुकाते हुए कहा —
“माता, आपकी आज्ञा मेरे लिए सर्वोपरि है। वन जाना मेरे लिए धर्म का पालन है।”
इस संवाद ने मंच से लेकर दर्शक दीर्घा तक सभी को रुला दिया। दर्शकों की आंखें नम थीं, किंतु हृदय भक्ति और गर्व से भरा हुआ था। “जय श्रीराम” के उद्घोषों से पूरा गांव गूंज उठा।
कलाकारों के अभिनय ने जीता दर्शकों का दिल
रामलीला के पात्रों ने अपनी भूमिका में इस तरह डूबकर अभिनय किया मानो स्वयं त्रेता युग का दृश्य सजीव हो उठा हो।
श्रीराम की भूमिका निभाने वाले कलाकार के भाव, कैकेयी की विवशता और दशरथ की पीड़ा ने लोगों के मन में गहरा प्रभाव छोड़ा।
मंथरा और लक्ष्मण के संवादों ने भी दर्शकों की वाहवाही बटोरी।
ग्रामीणों का कहना था कि इस वर्ष की रामलीला का हर दृश्य इतना प्रभावशाली और शिक्षाप्रद है कि यह समाज को धर्म, त्याग और मर्यादा का वास्तविक संदेश दे रहा है।
आयोजन की भावना — धर्म और संस्कृति का संगम
यह धार्मिक आयोजन शिवसेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गुलाब चन्द दुबे जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में संपन्न हो रहा है।
उनकी प्रेरणा से पिछले कई वर्षों से यह धर्मा अभियान संस्थान ग्रामीण क्षेत्र में भारतीय संस्कृति, धर्म और सामाजिक एकता का केंद्र बना हुआ है।
श्री दुबे ने बताया कि —
“रामलीला केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि यह हमारी संस्कृति, मर्यादा और आदर्श जीवन का पाठ है। भगवान श्रीराम के जीवन से हमें त्याग, सत्य और धर्मपालन की शिक्षा मिलती है।”
भक्तों की उमड़ी भीड़ — श्रद्धा का उत्सव बना मेला
महोत्सव के पंचम दिवस पर प्रांगण में भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।
ग्रामीण, महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सभी श्रद्धा से भरे हुए कार्यक्रम का आनंद ले रहे थे।
भजन और शंखनाद की ध्वनि से वातावरण और भी पवित्र हो उठा।
सुरक्षा और व्यवस्था के लिए स्थानीय स्वयंसेवक लगातार सक्रिय रहे।
मंच सजावट, प्रकाश व्यवस्था और ध्वनि प्रणाली ने पूरे आयोजन को भव्यता प्रदान की। स्थान: धर्मा अभियान संस्थान प्रांगण, मई (जौनपुर)
अवसर: रामलीला महोत्सव — पंचम दिवस
आयोजक: शिवसेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री गुलाब चन्द दुबे जी
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